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रात के अंधेरे में
रात का कालापन
कितना सुंदर लगता है न ?
मुझे प्यार है
इस अंधेरे से
इस कालेपन से
और इन सभी चीजों से ज्यादा
मुझे प्यार है
इस एकांत से
इस उदासी से
जहाँ याद और विरह की पीड़ा
काफ़ी है लिखने के लिए
सबसे उदास और
सबसे सुंदर कविताएँ!
मैं हर दिन
इक ऐसी रात का इंतज़ार करता हूं
जहाँ बस अंधेरा और सन्नाटा हो
जहाँ पन्ने पलटने की भी आवाज न सुनाए दे
ताकि मैं लिख सकूं
सबसे सुंदर और उदास कविता
तुम्हारे लिए.....
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By - सुमित झा |
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