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एक महिला का पंडित बनना सबको हैरान करता है। क्योंकि हमनें बचपन से हर जगह चाहे TV हो, मंदिर हो या असल समाज के किसी प्रोग्राम में हमनें पूजा करते एक पंडित के तौर पर सिर्फ परुष को ही देखा है। इसलिए हम और आप एक महिला पंडित के बारे में सुन कर हैरान जरूर हो सकते है।
लेकिन ऐसा हुआ है, जहां एक और हमारा समाज रूढ़िवादी प्रथाओं को तोड़ आगे बढ़ रहा है वहीं एक संबंध में एक और घटना उत्तर प्रदेश के बनारस से सामान आयी है। यहाँ एक महिला जो 51 साल की है और नाम शिला यादव है। शिला यादव ने अपने बेटे ऋषभ की शादी में पंडित के स्थान पर बैठ कर खुद 45 मिनट तक मंत्र पढ़ा और दोनों की शादी करा दी। शादी के बाद दोनों को आशीर्वाद भी दिया। ये पूरा नजारा देख शादी में मौजूद सभी लोग हैरान थे।
दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शीला बनारस गर्ल्स डिग्री कॉलेज में अंग्रेजी की प्रोफेसर हैं। उनके पति यानी ऋषभ के पिता राम मिलन यादव व्यापार करते हैं। ऋषभ इंजीनियर है और वंदना टीचर है। शीला ने अपने बेटे की शादी में पंडित का रोल निभाकर कई साल से चली आ रही रूढ़ी को तोड़ा है।
दरअसल शिला चाहती थी कि वो अपने बेटे के शादी में संस्कृत में पढ़े जाने वाले मंत्र को खुद पढ़े। इसके लिए उन्होंने बहुत कड़ी मेहनत भी की। इतना ही नहीं शिला ने वंदना के घर वालों से शादी में मंत्र पढ़ने के लिए परमिशन भी लिया था। वंदना के घर वालों को कोई दिक्कत नहीं थी और इस तरह शिला ने बहुत साल पहले लिया हुआ अपना संकल्प पूरा किया।
By - सूरज
फ़ोटो क्रेडिट - द लल्लनटॉप
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