- Get link
- Other Apps
- Get link
- Other Apps
By - डाकिया अभिषेक
रवि किशन की उम्मीदवारी हीरो के साथ साथ ब्राह्मण चेहरे के तौर पर हो रही है। खासकर पूर्वांचल के ब्राम्हण चेहरो में उनको शामिल कर गोरखपुर दिया गया है जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगो में उनकी लोकप्रियता को बीजेपी अपने लिए तो इस्तेमाल ही कर पाए साथ ही बीजपी का गढ कहे जाने वाले गोरखपुर को बीजेपी अपने कब्जे में ले पाए जो उपचुनाव के दौरान हार गई थी।
पुर्वांचल में ब्राम्हण चेहरो की कमी को पूरा करने के लिए बीजेपी ने स्टार लाने का मास्टर स्ट्रोक खेला है जिससे कलराज मिश्र की सीट कटने के बाद हुई छति को रोका जा सके।
वही दूसरी तरफ अखिलेश यादव की उम्मीदवारी आजमगढ से होने के बाद बीजेपी दिनेश यादव निरहुआ को अपना उम्मीदवार बना दिया है । दरअसल आजमगढ के यादव वोटबैंक में सेंधमारी करने की कोशिश और निरहुआ के स्टार होने की वजह से इस हॉट सीट पर अखिलेश को बांधे रखने की तैयारी में बीजेपी है । बीजेपी के इस चाल से अखिलेश को प्रदेश के दूसरे हिस्से में ज्यादा सभाएं और मीटिंग करने से रोका जा सकेगा, और निरहुआ अगर अखिलेश के सामने परास्त भी होते हैं तो उन्हें इसकी कीमत बीजेपी राज्यसभा देकर चुका सकती है।
दोनो भोजपुरी सितारो को बीजेपी इस चुनावी चाल में पूर्वांचल की जमीन पर घोड़ा बनाकर उतारने की तैयारी कर चुकी है। कि अगर दूसरी पार्टियो ने सब्र खोया और अपनी रणनीति को हल्के मे लिया तो ब्राम्हण और यादव की ये भोजपुरिया स्टारो कि जोडी चित्त करते देर नही करेगी।
रवि किशन की उम्मीदवारी हीरो के साथ साथ ब्राह्मण चेहरे के तौर पर हो रही है। खासकर पूर्वांचल के ब्राम्हण चेहरो में उनको शामिल कर गोरखपुर दिया गया है जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगो में उनकी लोकप्रियता को बीजेपी अपने लिए तो इस्तेमाल ही कर पाए साथ ही बीजपी का गढ कहे जाने वाले गोरखपुर को बीजेपी अपने कब्जे में ले पाए जो उपचुनाव के दौरान हार गई थी।
पुर्वांचल में ब्राम्हण चेहरो की कमी को पूरा करने के लिए बीजेपी ने स्टार लाने का मास्टर स्ट्रोक खेला है जिससे कलराज मिश्र की सीट कटने के बाद हुई छति को रोका जा सके।
वही दूसरी तरफ अखिलेश यादव की उम्मीदवारी आजमगढ से होने के बाद बीजेपी दिनेश यादव निरहुआ को अपना उम्मीदवार बना दिया है । दरअसल आजमगढ के यादव वोटबैंक में सेंधमारी करने की कोशिश और निरहुआ के स्टार होने की वजह से इस हॉट सीट पर अखिलेश को बांधे रखने की तैयारी में बीजेपी है । बीजेपी के इस चाल से अखिलेश को प्रदेश के दूसरे हिस्से में ज्यादा सभाएं और मीटिंग करने से रोका जा सकेगा, और निरहुआ अगर अखिलेश के सामने परास्त भी होते हैं तो उन्हें इसकी कीमत बीजेपी राज्यसभा देकर चुका सकती है।
- फिल्म सिटी बोर्ड के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्रा बताते हैं कि दोनो का बीजेपी के टिकट पर लडना एक अच्छा संकेत है और आने वाले समय में बीजेपी को और मजबूती प्रदान करेगा।
दोनो भोजपुरी सितारो को बीजेपी इस चुनावी चाल में पूर्वांचल की जमीन पर घोड़ा बनाकर उतारने की तैयारी कर चुकी है। कि अगर दूसरी पार्टियो ने सब्र खोया और अपनी रणनीति को हल्के मे लिया तो ब्राम्हण और यादव की ये भोजपुरिया स्टारो कि जोडी चित्त करते देर नही करेगी।
Comments
Post a comment