- Get link
- Other Apps
- Get link
- Other Apps
By - डाकिया सूरज
लॉकडाउन ने न सिर्फ़ देश के अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ी है बल्कि आम आदमी को भी कंगाल बना दिया है। वैसे तो देश के कई राज्यों में कोरोना की वजह से अब भी लॉकडाउन है लेकिन कई राज्यों ने छूट भी दी है। जैसा कि आप सभी जानते है लॉकडाउन की वजह से अब भी देश भर के स्कूल अब भी बंद है। बच्चों की पढ़ाई न रुकें, इसलिए उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है।
अब हमारे देश में सिर्फ़ अमीरों के ही बच्चे तो स्कूल जाते नहीं है ना, गरीब आदमी भी अपने बच्चे को कुछ बनाने का सपना देखता है। लेकिन गरीब के बच्चों के बच्चों के पास हमेशा संसाधन की कमी रहती है। भले ही आज स्मार्ट फ़ोन की क़ीमत कम हो गई है लेकिन कइयों के पास मोबाइल फ़ोन भी नहीं है।
मामला कर्नाटक के गडक जिले का है। यहां एक मां ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए अपने मंगलसूत्र को गिरवी रख दिया। और उससे मील पैसों से एक टीवी ख़रीद लिया ताकि उसके बच्चे पढ़ाई कर सकें।
गडग के नागानुर गांव में कस्तूरी चलवदी अपने बच्चों के साथ रहती हैं। उनके पति दिहाड़ी मज़दूर हैं। कोरोना और लॉकडाउन के कारण काम न होने की वजह से वो घर पर ही हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के लिए कस्तूरी के पास अपना मंगलसूत्र गिरवी रखने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। इसलिए कस्तूरी ने अपना 12 ग्राम के सोने का मंगलसूत्र, 20 हज़ार रुपये में गिरवी रख दिया। 14 हज़ार रुपये की टीवी खरीद लिया। कस्तूरी चलवदी ने कहा,
उनके पास टीवी नहीं है, उनके बच्चे दुरदर्शन देख कर पढ़ाई करते हैं। बच्चे पड़ोसियों के घर पढ़ने के लिए जाते थे, लेकिन वो लोग भी अपने पसंद का चैलन लगा लेते थे ऐसे में उनकी पढ़ाई नहीं हो पाती थी। पैसे थे नहीं, इसीलिए मंगलसूत्र गिरवी रखने के अलावा कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था। अब देखते हैं कि कैसे मैं अपना मंगलसूत्र वापस पा सकती हूँ।
इस बात को जब हवा मिली तो, ये बात आग की तरह तहसीलदार तक पहुँच गई। मामले की जांच के लिए तहसीलदार ने अधिकारियों की एक टीम भेजी। इसके बाद जिस व्यक्ति ने मंगलसूत्र रखकर उधार पैसे दिए थे उसने मंगलसूत्र वापस दे दिया। कांग्रेस के विधायक ज़मीर अहमद ने 50 हजार और मंत्री सीसी पाटिल ने 20 हजार देकर इस परिवार की आर्थिक मदद की।
लॉकडाउन ने न सिर्फ़ देश के अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ी है बल्कि आम आदमी को भी कंगाल बना दिया है। वैसे तो देश के कई राज्यों में कोरोना की वजह से अब भी लॉकडाउन है लेकिन कई राज्यों ने छूट भी दी है। जैसा कि आप सभी जानते है लॉकडाउन की वजह से अब भी देश भर के स्कूल अब भी बंद है। बच्चों की पढ़ाई न रुकें, इसलिए उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है।
अब हमारे देश में सिर्फ़ अमीरों के ही बच्चे तो स्कूल जाते नहीं है ना, गरीब आदमी भी अपने बच्चे को कुछ बनाने का सपना देखता है। लेकिन गरीब के बच्चों के बच्चों के पास हमेशा संसाधन की कमी रहती है। भले ही आज स्मार्ट फ़ोन की क़ीमत कम हो गई है लेकिन कइयों के पास मोबाइल फ़ोन भी नहीं है।
मामला कर्नाटक के गडक जिले का है। यहां एक मां ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए अपने मंगलसूत्र को गिरवी रख दिया। और उससे मील पैसों से एक टीवी ख़रीद लिया ताकि उसके बच्चे पढ़ाई कर सकें।
गडग के नागानुर गांव में कस्तूरी चलवदी अपने बच्चों के साथ रहती हैं। उनके पति दिहाड़ी मज़दूर हैं। कोरोना और लॉकडाउन के कारण काम न होने की वजह से वो घर पर ही हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के लिए कस्तूरी के पास अपना मंगलसूत्र गिरवी रखने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। इसलिए कस्तूरी ने अपना 12 ग्राम के सोने का मंगलसूत्र, 20 हज़ार रुपये में गिरवी रख दिया। 14 हज़ार रुपये की टीवी खरीद लिया। कस्तूरी चलवदी ने कहा,
उनके पास टीवी नहीं है, उनके बच्चे दुरदर्शन देख कर पढ़ाई करते हैं। बच्चे पड़ोसियों के घर पढ़ने के लिए जाते थे, लेकिन वो लोग भी अपने पसंद का चैलन लगा लेते थे ऐसे में उनकी पढ़ाई नहीं हो पाती थी। पैसे थे नहीं, इसीलिए मंगलसूत्र गिरवी रखने के अलावा कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था। अब देखते हैं कि कैसे मैं अपना मंगलसूत्र वापस पा सकती हूँ।
इस बात को जब हवा मिली तो, ये बात आग की तरह तहसीलदार तक पहुँच गई। मामले की जांच के लिए तहसीलदार ने अधिकारियों की एक टीम भेजी। इसके बाद जिस व्यक्ति ने मंगलसूत्र रखकर उधार पैसे दिए थे उसने मंगलसूत्र वापस दे दिया। कांग्रेस के विधायक ज़मीर अहमद ने 50 हजार और मंत्री सीसी पाटिल ने 20 हजार देकर इस परिवार की आर्थिक मदद की।
Reactions:
- Get link
- Other Apps
Comments
Post a comment